भारत में 75 प्रतिशत से अधिक लोग कृषि पर निर्भर हैं। ग्रामीण आधारभूत संरचना में निवेश से ग्रामीण लोगों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति सुधारने में सहायता मिलती है जिससे उनकी जीवन गुणवत्ता एवं आय में वृद्धि होती हैं। नाबार्ड भारतीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था के क्षमता निर्माण एवं ऋण सुविधा प्रदान करने हेतु एक सर्वोच्च संस्थान है। यह ग्रामीण भारत के सामाजिक-आर्थिक सशक्तीकरण एवं गरीबी कम करने हेतु समर्पित है।
नाबार्ड क्या है?
नाबार्ड (NABARD) भारत के शीर्ष बैंकों में से एक है जो कृषि और ग्रामीण विकास के लिए कार्यरत है।
परिचय :
- नाबार्ड का पूर्ण-रूप 'राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक' है।
- NABARD stands for National Bank For Agriculture and Rural Devlopment.
- शिवरामन समिति की सिफारिशों के आधार नाबार्ड की स्थापना 12 जुलाई 1982 को राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक अधिनियम-1981 के तहत की गई।
- नाबार्ड की स्थापना से पहले RBI भारतीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था को ऋण सुविधा प्रदान करने हेतु शीर्ष निकाय था।
- नाबार्ड का मुख्यालय- मुंबई (महाराष्ट्र) में स्थित है।
- श्री शाजी के. वी. ( Shri Shaji K. V. ) वर्तमान में नाबार्ड के अध्यक्ष हैं। (Last update:- 27 October 2023)
- नाबार्ड वित्त मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में कार्य करता है।
- Official Website:- www.nabard.org
- Also Read details on - Wikipedia
स्थापना का उद्देश्य:-
नाबार्ड की स्थापना का मुख्य उद्देश्य कृषि और ग्रामीण विकास को बढ़ावा देना है जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था सुदृढ़ हो सके।
नाबार्ड का मुख्य कार्य:-
- नाबार्ड भारत में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों एवं सहकारी बैंकों के नियमन (Regulate) का कार्य करता है।
- नाबार्ड कृषि कार्य और लघु एवं कुटीर उद्योग के विकास के लिए ऋण मुहैया कराता है।
- नाबार्ड ग्रामीण क्षेत्रों में ऋण देने वाले संस्थाओं तथा बैंकों को आर्थिक सहायता भी प्रदान करता है।
- राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) सिर्फ वित्तीय सहायता ही नहीं बल्कि परामर्श या सुझाव संबंधित कार्य (Councelling and Consultancy) तथा प्रशिक्षण (Training) भी देने का कार्य करता है।
- नाबार्ड हस्तकला शिल्पकारों को प्रशिक्षण उपलब्ध कराता है तथा उनके वस्तुओं की प्रदर्शनी हेतु एक मार्केटिंग प्लेटफॉर्म विकसित करने में उनकी मदद करता है।
चर्चा में क्यों?
- फरवरी 2022 में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए 'जीवा ( JIVA ) कार्यक्रम' की शुरुआत किया गया है।
- जीवा कार्यक्रम का उद्देश्य- "प्राकृतिक खेती को व्यावसायिक कृषि के रूप में बढावा देना है।"
धन्यवाद!